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Sunday, April 28, 2019

A red ombrelle

From archives  Feel like rewriting it, so doing so.

Love is ageing
Its hair; grey and falling
A dry awakening
after getting wet
in a thunderstorm's show'rs.
But still, sometimes
when no one is looking
love is a red umbrella
behind which your pink lips…!

Sunita Singh's new translation of the above :
प्यार अब बूढ़ा हो रहा है
उसके बाल, सफेद और झड़ रहे हैं
एक शुष्क जागृति
तूफानी बारिश की बौछारों में भीगने के बाद
लेकिन फिर, कभी कभी
जब आस पास कोई देख नहीं रहा होता है
तब प्यार एक लाल छतरी होता है
और उसके पीछे ‌
तुम्हारे गुलाबी होंठ...

New transcreation of older version by Satbir Chadha
प्रेम की तो उम्र हो चली
उस आँधी ओ बौछार में
तर बतर हो कर
भीगी सी नीँद के बाद के
कोहरे, और धवले केसु
जैसे पतझड़ के रहते
ख़ुश्क सवेरे का एहसास
फिर भी अकेले में कभी कभी
पनाह लेता हूँ
तेरे गुलाबी अधरों के
शोख़ साये में


Ampat Koshy
A poem of mine translated into Hindi by Sunita Singh
Third one by her. It had appeared in English in Learning & Creativity-Silhouette Literature & Cinema
Honoured 
Love is aging
Its hair is grey and falling
Love is a dry awakening
after getting wet
in the showers of a thunderstorm
but still, sometimes
when no one is looking
love is a red umbrella
behind which your pink lips meet…
प्यार अब बूढ़ा हो रहा है
उसके बाल कम हो रहे हैं और सफेद भी!
तूफानी बारिश में भीगने के बाद
प्यार अब एक शुष्क आभास है!
लेकिन
कभी -कभी जब कोई नहीं होता है
तब प्यार एक लाल छतरी बन जाता है
जिसके पीछे तुम्हारे गुलाबी लब मिलते हैं!

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